आम:भारत का राष्ट्रीय फल व फलों के साम्राज्य का राजा
आम:भारत का राष्ट्रीय फल व फलों के साम्राज्य का राजा
आम एक रसदार फल है जिसका वैज्ञानिक नाम मैंगिफेरा इंडिका है। कहा जाता है कि आम के पेड़ की उत्पत्ति लगभग 60 मिलियन वर्ष पहले भारतीय उपमहाद्वीप में हुई थी। आम भारत, पाकिस्तान और फिलिपिंस का राष्ट्रीय फल है जबकि आम का पेड़ बांग्लादेश का राष्ट्रीय पेड़ है।
39% की हिस्सेदारी के साथ, भारत दुनिया में आम का सबसे बड़ा उत्पादक है लेकिन इसका 99% भारत में ही खपत होता है। आम के फल की 500 से अधिक किस्में होती हैं जो आकार, प्रकार, मिठास, त्वचा के रंग, गूदे के रंग आदि में भिन्न होती हैं। आकार भिन्नता के आधार पर आम 100 ग्राम से 2000 ग्राम तक के और 2 से 10 इंच तक बड़े हो सकते हैं। आकार गोल, अंडाकार या गुर्दे के आकार का हो सकता है। त्वचा का रंग हरा, पीला, नारंगी, लाल, बैंगनी आदि हो सकता है। एक आम का पेड़ 10 फीट से 100 फीट तक ऊंचा हो सकता है तथा फल दे सकता है। आम के पेड़परनर और मादा परागकण साथ ही होते हैं जिसके कारण निषेचन क्रिया में आसानी रहती है। आम का पेड़ 300 से अधिक वर्षों तक जीवित रह सकता है!
आम की किस्में
आम की भारतीय किस्मों के कुछ जाने-माने नाम हैं- दशहरी, लंगड़ा, तोतापुरी, अल्फोंसो, चौसा, बादामी, पाहेरी, मालदा, हमसफर, मल्लिका, नीलम, किशन भोग, रसपुरी, मुलगोवा, केसर, आम्रपाली, लालबाग, बंगानपल्ली, बॉम्बपल्ली, इमाम पसंद, लक्ष्मण भोग, गुलाब खास, सुवर्णरेखा, राजापुरी, आलमपुर, कोंकण राजा, पामर आम, कीत आम, नजुक आम, फिलिहारा आम, लखनऊ, कच्चा मीठा, पान आम, रामकेला, काला पहाड, सफेदा, वनराज , रमणी आम, जेवियर, मानकुराड, मुसराड, वाडू मंगा, रटौल, हिमायत, आलमपुर, जरदालु, रत्न, सिंधु आदि।
आम का पोषण मान
100 ग्राम आम से 60 किलो कैलोरी ऊर्जा मिलती है। इसमें 15% कार्बोहाइड्रेट, 15% चीनी, 2% फाइबर, 1% वसा और प्रोटीन, 1% विटामिन (ए, बी, सी, ई, के), 0.5% खनिज (कैल्शियम, लोहा, मैग्नीशियम, मैंगनीज, फास्फोरस, पोटेशियम, सोडियम, जस्ता) शामिल हैं। आम का बाकी भाग पानी है।
आम का उपयोग
आम का दुनिया भर के व्यंजनों में अचार, चटनी, जैम, शर्बत, जेली, चेरी, लस्सी, शेक, आम-रस, आम-पन्ना, मुरब्बा, आम पेय, आइसक्रीम, अमचूर (सूखे आम पाउडर) के रूप में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। । पके आम का सेवन फल के रूप में किया जाता है और कच्चे आम का सेवन ज्यादातर व्यंजनों में किया जाता है।
आम के पत्तों को हिंदू अनुष्ठानों के लिए शुभ माना जाता है। इनका धार्मिक समारोहों, गृह प्रवेश, घर के प्रवेश द्वार पर लटकने आदि में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। इसमें घट स्थापना या कलश पूजा करते समय इसका विशेष स्थान है। इन पत्तों को बड़े पैमाने पर विभिन्न विवाह समारोहों के दौरान भी उपयोग किया जाता है।
आम के गुण
- आम में फाइबर अधिक होता है और यह कब्ज से राहत देता है।
- आम में प्रचुर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट पाएजाते हैं जो फ्रीरेडिकल्स से हमारी रक्षा करते हैं तथा उम्र बढ़ने के क्रम को धीमा कर देते हैं।
- आम में पाए जाने वाले विटामिन और खनिज लवण शरीर में होने वाले इंफेक्शन से बचाते हैं और बीमारियों से लड़ने की ताकत प्रदान करते हैं।
- आम का सेवन हमारी धमनियों में रक्त के प्रवाह को संतुलित रखता है तथा रक्त में कोलेस्ट्रॉल व ट्राइ ग्लिसिराइड्स के स्तर को सामान्य बनाने में मदद करता है।
- आम के नियमित सेवन से आंखों की दुर्बलता दूर होती हैं, आंखों में नयी चमक आती है एवं सूर्य के विकिरण से होने वाली हानि से बचाव होता है।
- आम में पाए जाने वाले पौष्टिक तत्व हमारे मस्तिष्क में हार्मोन का संतुलन बना कर रखते हैं जिस से हमें अवसाद (डिप्रेशन) से छुटकारा मिलता है औरअच्छे वसकारात्मक सोच वाले विचारों को प्राथमिकता देने में मदद मिलती है।
- आम के सेवन से शरीर में कैंसर कोशिकाओं के निर्माण में बाधा पहुंचती है जिससे कैंसर को समाप्त करने में सहायता मिलती है।
- आम का सेवन रक्त अल्पता (एनीमिया) को दूर करने में बहुत सार्थक है।
- आम के सेवन से शरीर के घावों को जल्दी भरने में मदद मिलती है।
- आम के सेवन से त्वचा चमकदार बनती है, बाल सुदृढ़, मजबूत, चमकदार व लम्बे होते हैं।
- पके आम का सेवन पौरुष शक्ति को बढ़ाता है।
- आम का सेवन भूख को शांत करता है तथा लम्बे समय तक पेट भरा होने का एहसास दिलाता है जिससे वजन कम करने में सहायता मिलती है।
आम के सेवन में सावधानियां
यूं तो आम फलों का राजा है और गुणों की खान है। फिर भी आम के सेवन में कुछ सावधानियां बरतनी आवश्यक है
- मेडिकल कंडीशन वाले आम का सेवन डॉक्टर के परामर्श से करें।
- यह चीनी में उच्च है इसलिए इसे सीमित मात्रा में लिया जाना चाहिए, विशेष रूप से मधुमेह रोगियों द्वारा।
- आम की तासीर गर्म होती है अतः ठंडाकरके 300-400 ग्राम तक ही खाना चाहिए।
- फाइबर की अधिकता के कारण कुछ लोगों को आम हज़म करने में दिक्कत हो सकती है।ऐसे में आम खाने के बाद 2-4 जामुन खालें।
- आम खाने के तुरंत बाद पानी, कोल्ड ड्रिंक, लस्सी, छाछ या किसी अन्य पेय पदार्थ का सेवन न करें।
- ताज़ा आम को पेड़ से तोड़ने पर कुछ तरल पदार्थ निकलता है जिसेछूने से बचना चाहिए।इसेअच्छी तरह साफ करके ही खाना चाहिए।
- आम का दूध के साथ सेवन, जैसे मैंगो शेक आदि, आपके वजन को बढ़ा सकता है।
आर एस शांडिल्य
ईमेल: rsshandilya2022@gmail.com
नोट: इस ब्लॉग में बताई गई बातें सिर्फ जानकारी के लिए हैं।
लेखक एक प्रशिक्षित व अनुभवी न्यूट्रीशनिस्ट है। डाइट या न्यूट्रीशन से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी मुफ्त पाने के लिए ईमेल करें।